घुटनोंका दर्द यह एक संपूर्ण जगतमें अनेकों गंभीर बीमारियों में एक दर्दभरी बीमारी है। यह दर्द काफी हद तक चालीसवें उम्र के बाद आनेवाले दर्दमेंसे एक है। लेकिन वर्तमान प्रदूषण युक्त वातावरण के कारण यह दर्द किसी उम्र में हो सकता है। दुख की बात है, यह घुटनों का दर्द जिसकों होता है उसका जीना मुश्किल हो जाता है। घुटने दर्दके बीमारियों मे असहनीय दर्दमें दिन गुजारना पडता है। यह दर्दभरे काल में एक ही जगह पर बैठकर दिन गुजारना पडता है। संपूर्ण जीवन दूसरों के आधार पर बिताना पडता है। या लकडी के सहारे जीना पडता। कभी-कभी ये दर्द सब शरीरमें पैर पसारता है। तब अादमी के दिमाग में नकारात्मक भाव आते-जाते रहते है। घुटनोंके दर्दकें बाद पीट का दर्द , कमर का दर्द इत्यादि अनेक बीमारियां एक-एक करके आते है। यही सब बिमारियों पर एक ऎसा आयुर्वेदिक उपाय ' cureron oil ' यह तेल लगाते ही पाँच मिनटों मे आराम मिलता है क्युअर आॅन तेल लगाने की पद्धती : १. व्याधी अनुसार Cureon तेलासे हल्की मालीश करे। २. सामान्य दर्द हो तो, दर्दके स्थान पर दिन मे एक बार या दो बार मध्यम स्वरूप का दर्द हो तो दिन मे दो या तीन बार ऒर बहुत जादा दर्द हो तो दिन में जादा से जादा तीन या चार बार तेल लगाएं । ३. मध्यम तथा तीव्र दर्द से छुटकारा पाने के लिये दर्द के स्थान को क्रेप बैंडेज या किसी भी साफ मुलायम ऒर गरम कपडे से लपेटे । ४. क्युअर आॅन त्वचा के अंदर तक रिसता है। इसलिये यह किसी भी वेदना शामक मल्हम से ज्यादा असरदार है। इसमें किसी भी किस्म का के कृत्रिम रंग का इस्तेमाल ना होने से इस से कपडे पर जरा भी दाग नहीं पडते।क्युअर आॅन तेल नियमित रूप से लगाना शुरु करनें पर धीरे धीरे वेदनाशामक गोली का सेवन बंद करे। इस गुणकारी तेल का लाभ अनेक ग्राहकों नें उठाया है। उनमें सें कुछ लोगो नें अपने अनुभव क्युअर आॅन की कंपनी पितांबरी को लिखकर भेजे है। आप भी इस तेल की परिणामकता अनुभव ले सकते है। मैने भी इस तेलका अनुभव लिया है। आपको इंफरमेशन देने के लिये मै ने यह कष्ट लिया है। आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो आप इस लेख को मित्र परिवार रिश्तेदारों कों साझा कर सकते है। फीर मिलेंगे, नमस्ते उत्तम मोहितकार
घुटनों के दर्द का आयुर्वेदिक रामबाण उपाय
घुटनोंका दर्द यह एक संपूर्ण जगतमें अनेकों गंभीर बीमारियों में एक दर्दभरी बीमारी है। यह दर्द काफी हद तक चालीसवें उम्र के बाद आनेवाले दर्दमेंसे एक है। लेकिन वर्तमान प्रदूषण युक्त वातावरण के कारण यह दर्द किसी उम्र में हो सकता है। दुख की बात है, यह घुटनों का दर्द जिसकों होता है उसका जीना मुश्किल हो जाता है। घुटने दर्दके बीमारियों मे असहनीय दर्दमें दिन गुजारना पडता है। यह दर्दभरे काल में एक ही जगह पर बैठकर दिन गुजारना पडता है। संपूर्ण जीवन दूसरों के आधार पर बिताना पडता है। या लकडी के सहारे जीना पडता। कभी-कभी ये दर्द सब शरीरमें पैर पसारता है। तब अादमी के दिमाग में नकारात्मक भाव आते-जाते रहते है। घुटनोंके दर्दकें बाद पीट का दर्द , कमर का दर्द इत्यादि अनेक बीमारियां एक-एक करके आते है। यही सब बिमारियों पर एक ऎसा आयुर्वेदिक उपाय ' cureron oil ' यह तेल लगाते ही पाँच मिनटों मे आराम मिलता है क्युअर आॅन तेल लगाने की पद्धती : १. व्याधी अनुसार Cureon तेलासे हल्की मालीश करे। २. सामान्य दर्द हो तो, दर्दके स्थान पर दिन मे एक बार या दो बार मध्यम स्वरूप का दर्द हो तो दिन मे दो या तीन बार ऒर बहुत जादा दर्द हो तो दिन में जादा से जादा तीन या चार बार तेल लगाएं । ३. मध्यम तथा तीव्र दर्द से छुटकारा पाने के लिये दर्द के स्थान को क्रेप बैंडेज या किसी भी साफ मुलायम ऒर गरम कपडे से लपेटे । ४. क्युअर आॅन त्वचा के अंदर तक रिसता है। इसलिये यह किसी भी वेदना शामक मल्हम से ज्यादा असरदार है। इसमें किसी भी किस्म का के कृत्रिम रंग का इस्तेमाल ना होने से इस से कपडे पर जरा भी दाग नहीं पडते।क्युअर आॅन तेल नियमित रूप से लगाना शुरु करनें पर धीरे धीरे वेदनाशामक गोली का सेवन बंद करे। इस गुणकारी तेल का लाभ अनेक ग्राहकों नें उठाया है। उनमें सें कुछ लोगो नें अपने अनुभव क्युअर आॅन की कंपनी पितांबरी को लिखकर भेजे है। आप भी इस तेल की परिणामकता अनुभव ले सकते है। मैने भी इस तेलका अनुभव लिया है। आपको इंफरमेशन देने के लिये मै ने यह कष्ट लिया है। आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो आप इस लेख को मित्र परिवार रिश्तेदारों कों साझा कर सकते है। फीर मिलेंगे, नमस्ते उत्तम मोहितकार
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें